रेलवे की जमीन पर कब्जा कर के बन रहा माल

👉🏿रेलवे की जमीन पर कब्जा कर के बन रहा माल

फोटो और विवरण: सबसे तेज मीडिया (संजय कुमार)

👉🏿 स्टेट गॉरमिंट की जमीन पर भी कर गए कब्जा

फोटो और विवरण: सबसे तेज मीडिया (संजय कुमार)

👉🏿 आधा हिस्सा पास बाकी पर लाखो की सेटिंग कर गया पुडा अधिकारी

फोटो और विवरण: सबसे तेज मीडिया (संजय कुमार)

Sab SeTez media (Jatinder kumar Sharma ) 8 July जालंधर फगवाड़ा हाईवे रोड पर हवेली के समीप खजूरला गांव जिला कपूरथला के पास रॉयल किंग पैलेस के साथ जो प्रोजेक्ट शुरू हुआ है उसमें इस इलाके के पुडा अधिकारी द्वारा धांधली की गई सामने आई है पता चला है कि यह प्रोजेक्ट को एक से डेढ़ एकड़ तक पास किया गया है जबकि यह पूरा प्रोजेक्ट 5 एकड़ के लगभग में तैयार हो रहा है। सबसे बड़ी बात है यह प्रोजेक्ट के पीछे रेलवे की लाइने निकलती है इस प्रोजेक्ट वालों ने रेलवे की जमीन को भी हड़प लिया है हमारे द्वारा जब रेलवे के उच्च अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने साफ लफ्जो में कहा कि रेलवे ट्रैक से 100 मीटर की दूरी तक रेलवे की प्रॉपर्टी है इस पर अगर कोई भी नया काम शुरू करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी परंतु जब हमने यहां बन रहे नए प्रोजेक्ट का दौरा किया तो आगे से 1 से 2 एकड़ के बीच पिल्लर खड़े किए जा रहे हैं और पीछे एक एकड़ में भी सेम नक्शे से पिल्लर को खड़ा किया जा रहा है और उसके पीछे लगभग 3 एकड़ में 10 फुट की माइनिंग की जा चुकी है और वहां से रेता निकालकर वहीं पर लगाई जा रही है आसपास वालों का यह कहना है कि माइनिंग आने वाले दिनों में बंद हो जानी है जिस कारण यहां से दिन-रात माइनिंग की गाड़ियां निकलती देखी जा रही थी।

रेलवे लाइनों के साथ जो स्टेट गवर्नमेंट के छप्पर थे इस प्रोजेक्ट में ले लिए गए हैं उन पर पूरी तरह इन्होंने कब्जा कर लिया है सूत्र बताते हैं इसमें पदाधिकारियों ने सांठगांठ करके सेंट्रल गवर्नमेंट की जमीन पर कब्जा करवाया है और यहां से जिस प्रकार माइनिंग हो रही है अगर रेल ट्रैक पूरी तरह से तहस नहस हो सकता है जिस से कई आम लोगो की जान जा सकती है । यहां पर रेलवे द्वारा जो अपने पिल्लर लगाए गए थे इन से भी छेड़छाड़ की गई है यह भी सामने नजर आ रहा है इन्होंने बीच में से पिलरों को उखाड़ कर रेलवे ट्रैक के साथ लगा दिए गए हैं।

सूत्रों का कहना है कि यहां पर एक डमरु एसोसिएशन द्वारा पुडा के अधिकारियों के साथ मिलकर सेटिंग की गई है जिन्होंने दावा किया है इसकी खबर कहीं भी प्रकाशित नहीं होगी और ना ही इसकी शिकायत होगी यह पुडा का अधिकारी वही है जिसकी इन दिनों विजिलेंस जांच चल रही है करप्शन के मामले में और इसके द्वारा होशियारपुर के बाद अब कपूरथला में भ्रष्टाचार का जाल बिछाया जा चुका है जिसमें इस के उच्च अधिकारी भी इस के रंग में रंगते हुए नजर आ रहे हैं अगर इस प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच कराई जाए तो कहीं घोटाले सामने आ सकते हैं।

देखिए कैसे रियान अवेन्यू रसूलपुर पास नकोदर पुड्डा अपरुड के सरेआम बोर्ड लगाकर की जा रही है धोखाधड़ी

एफ.आई.आर जैसे सख्त विकल्प होने के बावजूद पुड्डा विभाग की ओर से खेला जा रहा है नोटिस नोटिस का खेल बार-बार नोटिस जारी किया जाता है और कोलोनी को तोड़ा जाता है लेकिन बेखौफ कॉलोनाइजर पुड्डा अपरूड के बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर लोगों से कर रहे हैं धोखाधड़ी में भी काटी गई कॉलोनीए क्यों नहीं करते कॉलोनी मालिक विभाग की प्रवाह ?

रियान एवेन्यू गांव रसूलपुर पास नकोदर अनअप्रूव्ड कलोनी में चल रही अन्नधिकारत बिल्डिंगे वह दुकाने तस्वीरें ( जितेंद्र कुमार शर्मा)
रियान एवेन्यू गांव रसूलपुर पास नकोदर अनअप्रूव्ड कलोनी में चल रही अन्नधिकारत बिल्डिंगे वह दुकाने
तस्वीरें ( जितेंद्र कुमार शर्मा)

सबसे तेज मीडिया (जितेंद्र कुमार शर्मा )28 जून जालंधर डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से कई विभाग जैसे पंजाब सरकार का विजिलेंस ब्यूरो द्वारा इंक्वायरी होने के बावजूद भी अवैध रूप में बन रही इमारतों का निर्माण किया जा रहा हैं जिस के चलते सरकार को डबल नुकसान हो रहा है सी.एल.यु और नक्शा और जो इमारतें बनती है उसमें सरकार को रेवेन्यू फीस पूरी नहीं मिलती और अवैध तरीके से कॉलोनी काट कर और अपनी जमीन बेचकर कॉलोनाइजर चले जाते हैं और आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ताजा मिसाल जालंधर डिपार्मेंट अथॉरिटी के अधीन आते जिला जालंधर तहसील नकोदर में गांव बोपाराय गांव रसूलपुर और गांव चक बैंडल और आधा दर्जन के करीब मैं काटी जा रही अवैध कॉलोनियों और जिसकी शिकायत विभाग को कई बार मिल चुकी है और विभाग के अधिकारियों का कहना है

रियान एवेन्यू गांव रसूलपुर पास नकोदर अनअप्रूव्ड कलोनी में चल रही अन्नधिकारत बिल्डिंगे वह दुकाने
तस्वीरें ( जितेंद्र कुमार शर्मा)

कि इनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के लिए एस.एस.पी होशियारपुर को लेटर लिखा जा चुका है नकोदर के पास गांव रसूलपुर में अरे रेहान अभीन्यू के नाम की कॉलोनी के बाहर दफ्तर बनाकर सरेआम प्लाट फॉर सेल कर रहे हैं जब के विभाग की ओर से बार-बार कॉलोनी को तोड़ा गया है और कॉलोनी के बाहर नोटिस बोर्ड भी लगाए गए थे नोटिस बोर्ड को उखाड़ कर खुर्द (खत्म) करने और विभाग की ओर से नोटिस जारी किए जाने के बाद भी अगर कोई कॉलोनाइजर उसकी उल्लंघना करता है तो उसके खिलाफ पापरा एक्ट और अन्य धाराओं के तहत थाने में क्रिमिनल केस दर्ज होता है

रियान एवेन्यू गांव रसूलपुर पास नकोदर अनअप्रूव्ड कलोनी में चल रही अन्नधिकारत बिल्डिंगे वह दुकाने
तस्वीरें ( जितेंद्र कुमार शर्मा)

लेकिन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से केवल और केवल नोटिस लगाने अवैध निर्माण को तोड़ने और कागजी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ केवल और केवल नोटिस नोटिस का ही खेल खेला जाता है और केस को उलझाने के इलावा कोई कार्रवाई नहीं होती जिसके चलते आम गरीब जनता अनजाने में अपनी जिंदगी भर की मेहनत की कमाई अवैध कॉलोनियों में लगाकर परेशानियों में गिर जाती है विभाग के अधिकारी मोटी तनख्वाह सरकार से लेते हैं और काम अवैध निर्माण और कॉलोनी मालको के लिए करते हैं अगर सरकार की पॉलिसी मुताबिक हर एक अधिकारी अपना काम इमानदारी से करें तो कोई भी अवैध कॉलोनी का निर्माण नहीं हो सकता और ना ही किसी भी कॉलोनाइजर की इतनी हिम्मत हो सकती है कि दोबारा अवैध कलोनी के निर्माण का काम शुरू कर सकें यह सब विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से आसान होता है सरकार के रेगुलेशन पॉलिसी के तहत विभाग के पॉलसी मुताबिक हर हफ्ते जे.ई अपने फील्ड की रिपोर्ट एस.डी.ओ साहब को सौंपेगा और एस.डी.ओ अपनी वीकली रिपोर्ट स्टेट ऑफिसर को देंगे और जिस एरिया में भी अवैध कालोनियां बनाई जा रही है या जिस जगह कमर्शियल निर्माण हो रहा है अधिकारियों को उसे रोकना और सरकार के नियमों की पालना करवाना जिम्मेवारी फिक्स की गई है लेकिन पिछले कई सालों से अवैध कॉलोनियों और अवैध निर्माण का गोरखधंधा जोरों से चल रहा है कई बार बड़ी-बड़ी इंक्वायरियां भी हो चुकी है और कार्रवाई के नाम पर जे.सी.बी मशीनें भी चल चुकी है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई ना होने की वजह से अवैध कॉलोनियों और अवैध निर्माण का कारोबार जोरों से चल रहा है जिस के संबंध में सबसे तेज मीडिया की टीम की ओर से आवाज उठाई गई थी जिस पर कारवाई करते हुए जालंधर डिवालपमेंट अथॉरिटी पुड्डा कई बार अवैध कॉलोनी में और अवैध निर्माण को नोटिस जारी किए गए और कई बार उसको डिमोलिश कर दिया गया लेकिन यह काम कभी रुका नहीं जो कि एक बड़ा सवाल है? अब देखना यह होगा की आगे क्या कार्रवाई होती है? मीडिया ग्रुप सबसे तेज मीडिया की विशेष रिपोर्ट चलता (भाग 12)