हिन्दू राष्ट्र घोषित कर धर्मां परिवर्तन पर रोक लगाए नेपाल सरकार-स्वामी प्रबोधानंद गिरी- विष्णु प्रसाद भारत व नेपाल के अलग राज्यों में नेपाली भाइयों को जागरूक करने के लिए खोले जा रहे हैं कार्यालय
हरिद्वार, 30 अप्रैल(सबसे तेज मीडिया) जितेंद्र कुमार शर्मा नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मुहिम चला रहे नेपाल हिन्दूराष्ट्र पुनः स्थापना मंच के संस्थापक अध्यक्ष इंजीनियर बिष्णु प्रसाद बराल ने भारत के संत समाज व आम हिन्दू जनमानस से समर्थन दिए जाने की मांग की है। प्रेमनगर आश्रम के समीप एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए इंजीनियर बिष्णु प्रसाद बराल ने बताया कि प्राचीन काल से नेपाल को देवभूमि तथा हिंदू राष्ट्र के तौर पर जाना जाता था। नेपाल में माता सीता, गौतम बुद्ध, मुक्ति नाथ जैसी दैविक विभूतियों का जन्म नेपाल में हुआ। अत्यन्त पवित्र माना जाने वाला सालीग्राम पत्थर नेपाल मे गण्डकी नदी में ही पाया जाता है। देवी देवताओं की जन्म स्थली हिंदू राष्ट्र नेपाल को वहां के नेताओं ने षड़यंत्र और धन बल से धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में कब परिवर्तित कर दिया। नेपाल की जनता को इसका पता ही नहीं चला।
हिन्दू राष्ट्र से धर्म निरपेक्ष राष्ट्र बनाए जाने के बाद नेपाल मे धर्म परिवर्तन तेजी से बढ़ा है। जिससे बहुसंख्यक हिन्दुओं की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है। अब एक नए षड़यंत्र के तहत नेपाल की संसद में एम.सी.सी बिल (मिलेनियम चैलेंज काॅरपोरेशन बिल) लाया जा रहा है। जिसके पारित होने के बाद नेपाल क्रिश्चयन( ईसाई )स्टेट के रूप में परिवर्तित हो जाएगा। जो कि नेपाल के हिन्दुओं के लिए बेहद कष्टदायक होगा। नेपाल सरकार व वहां के सभी राजनैतिक दल इसमें शामिल हैं। संविधान के खिलाफ काम करते हुए स्कूलों में बच्चों को बाईबिल दी जा रही है। जिसे रोकने के लिए स्कूल प्रबंधन कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
बिष्णु प्रसाद बराल ने कहा कि धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने के लिए नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए भारत के संत समाज व आम जनमानस को आगे आकर नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मुहिम का समर्थन करते हुए मदद करनी होगी। साथ ही धर्म परिवर्तन के विरोध में आवाज उठानी होगी। संत समाज व हिन्दू जनमानस को सहयोग इसमें बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी सहित सभी तेरह अखाड़ों से वे संपर्क कर समर्थन की गुहार लगा चुके हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष सहित सभी अखाड़ों के श्री महंतों ने उन्हें समर्थन पत्र भी प्रदान किए हैं। अखाड़ों को नेपाल में रह रहे अपने संतों को नेपाल को हिंदू राष्ट्र के समर्थन में आवाज उठाने के लिए कहना चाहिए। साथ ही भारत सरकार के समक्ष भी इस मामले को उठाना चाहिए। बिष्णु प्रसाद बराल ने कहा कि नेपाल के सभी संत महापुरूषों को भी निजी हित और भावना से ऊपर उठकर नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने में सहयोग करना चाहिए। इसी में प्राचीन हिंदू राष्ट्र नेपाल के आम जनमानस की भलाई है। नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित किए जाने का समर्थन करते हुए हिन्दू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानन्द गिरी महाराज ने कहा कि संत समाज व सभी हिंदू संगठन नेपाल को आज भी हिन्दू राष्ट्र ही मानते है। सनातन संस्कृति को नष्ट करने के लिए चलाए जा रहे विश्वव्यापी षड़यंत्र के तहत नेपाल को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया है। स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि नेपाल सरकार तत्काल सार्वजनिक रूप से नेपाल को दोबारा हिन्दू राष्ट्र घोषित करे। हिन्दुओं का संरक्षण संवर्द्धन करे तथा धर्म परिवर्तन पर कड़ाई से रोक लगाए। उन्होंने कहा कि यदि नेपाल सरकार जल्द से जल्द नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं करती है तो हिन्दू रक्षा सेना नेपाल कूच करेगी और बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी। इस दौरान बल बहादुर, राम यादव, आरोही राणा आदि भी मौजूद रहे। और किसी मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु प्रसाद ने कहा के भारत के अलग-अलग राज्यों और नेपाल में बी कार्यालय खोले जाएंगे तब जो ज्यादा से ज्यादा नेपाल के हित में काम करने वाले कार्यकर्ता और पदाधिकारी नियुक्त किए जाएं जिससे हिंदू राष्ट्र को मजबूती से अपना दावा पेश कर सके और हिंदू राष्ट्र घोषित करवाने के लिए सरकार के सामने अपना मजबूती से प्रस्ताव रख सके