मकसूदा नई सब्जी मंडी की पार्किग के 2021-22 का ठेका अमृतसर की गुडलक कंपनी ने किया हासिल

मकसूदा मंडी की ताजा तस्वीर (जितेंद्र कुमार शर्मा)

मकसूदा नई सब्जी मंडी की पार्किग के 2021-22 का ठेका अमृतसर की गुडलक कंपनी ने किया हासिल

* 3 करोड़ 51 लाख में हुआ वार्षिक टैंडर

 

* पंजाब मंडी बोर्ड ने पार्किग रेट भी किए कम

फिक्स किए गए रेट की रेट लिस्ट

जालंधर(STM)3 अप्रैल=जितेंद्र कुमार शर्मा): पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा जारी मकसूदा स्थित नई सब्जी मंडी की पार्किग के 2021-22 ठेके पर इस दफा अमृतसर की गुडलक कपंनी ने सबसे अधिक राशि 3 करोड़ 51 लाख भर कर ठेका हासिल किया। वर्णनीय है कि गत वर्ष 11 महीने का ठेका 2 करोड़ 52 लाख में रविंदर पब्बी ने हासिल किया था। इस दफा ठेका 1 अप्रैल 2021 से 31मार्च 2022 तक 12 महीने का दिया गया है जिसकी रिजर्व प्राईज 2 करोड़ 77 लाख रखी गई थी जिस हेतु दो ठेकेदारों ने टैंडर भरे जिसमें दूसरे नबंर पर गुरजीत कंसट्रक्शन कपंनी ने 2 करोड़ 88 लाख का टैंडर भरा था। टैंडर प्रक्रिया अनुसार विभाग नियम व शर्ते पूर्ण करते हुए 5 लाख स्कियोरिटी अदा कर टैंडर में भाग लिया जा सकता है।व टैंडर ओपन होने के दो दिन तक 98 लाख की बैंक गारंटी व एक अडवांस किश्त जमा करवाने के बाद ठेका हासिल किया जा सकता है।ठेका हुए दो दिन बीत जाने व बैंक गारंटी अभी न पहुंचने के कारण ठेका अभी तक पुराने ठेकेदार पास है। वहीं विभागी सूत्रों अनुसार नये ठेकेदार ने सोमवार तक बैंक गारंटी देने का आश्वासन दिया है।

मौके पर बैठे ठेकेदार रविंदर पब्बी ने बताया कि ठेके की राशि इतनी ज्यादा है उन्होने गत ठेके में बहुत नुक्सान खाने के कारण इस दफा टैंडर नहीं भरा। जब तक नई कपंनी ठेके की शर्ते पूर्ण नहीं करती तब तक विभाग ने उनको परमिशन दी है व वह पुराने नियमों अनुसार निर्धारित रेट ले रहे है नये रेट नये ठेकेदार के आने पर शुरू होंगे।

सूत्रो से प्राप्त जानकारी अनुसार विभाग द्वारा मकसूदा स्थित नई सब्जी मंडी के जिला मंडी कार्यालय में पार्किग टैंडर की प्रक्रिया की जानकारी मीडिया तक को न दी गई व अमृतसरी कपंनी द्वारा ठेका लिए जाने की जानकारी मंडी में फैलते ही मंडी आड़तीयों में भी रोष पाया जा रहा है।

फरूट मंडी आड़ती ऐसोसिएशन व किसान नेता इंद्रजीत नागरा ने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड हर वर्ष ठेके में करोड़ की राशि बढ़ा कर खुद तो कमाई कर जाता है लेकिन पार्किग ठेके की राशि पूरी करने के लिए ठेकेदार द्वारा मंडी में आने जाने वाले वाहनों से धक्केशाही करते हुए विभाग द्वारा निर्धारित रेटो से डबल वसूली की जाती है।जिला मंडी अफसर व मार्किट कमेटी को लिखित शिकायते देने के वावजूद विभाग मंडी के गेटों पर अवैध वसूली बंद नहीं करबाता।उन्होने कहा कि सूत्रों से यह भी पता चला है कि शिकायत को डस्टविन में फैकंने व कार्रवाई न करने के लिए ठेकेदार द्वारा ठेके की राशि के इलावा भी विभाग की हर माह सेवा करनी पड़ती है।

ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए विभाग ने ठेके की पर्ची का समय 24 घंटे की जगह 12 घंटे तक कर दिया।उन्होने कहा कि वह पार्किग ठेकेदार को विभाग द्वारा निर्धारित रेटों के ऊपर एक भी पैसा नही वसूलने देंगे। गोरतलब है कि प्रति वर्ष जब पार्किंग ठेका होता है तो फिर आड़ती नेताओं सहित सभी नेता सक्रिये हो जाते है व रोष जताते है लेकिन फिर साठगांठ के चलते शांत हो जाते है जिसकी पूर्ण जानकारी होने के कारण ठेकेदार भी किसी मंडी नेता की परवाह नहीं करता।

विभाग द्वारा निर्धारित पार्किंग के नये रेट

 

तीन पहिया वाहन 15 रूपये,कार,जीप,आटो 25 रूपये,गडडा,रेहड़ा 20 रूपये,टैंपू सभी किस्मों के 50 रूपये,ट्रैक्टर ट्राली कमर्शियल 50 रूपये,ट्रक 6 टायरी 75 रूपये,ट्रक 10 टायरी 100 रूपये,ट्रक 12 टायरी 125 रूपये,ट्राला 150 रूपये। रेट सूची अनुसार इस दफा टू व्हीलर को इस सूची से बाहर किया गया है व ठेकेदार टू व्हीलर से कोई वसूली नहीं कर सकेगा। आमतौर पर पार्किंग फीस उनसे ली जाती है जो वाहन को पार्किंग में खड़ा करते हो लेकिन मकसूदां मंडी में पार्किंग जगह न होने के वावजूद एंट्री गेटों पर ही पार्किग पर्ची काट दी जाती है व ठेकेदार के कारिंदे गेटों पर ही डटे रहते है।