विश्व के कोने कोने से नवमी दशमी मेले में श्री अचलेश्वर धाम 60 हजार के करीब पहुंचे श्रद्धालु

राजनीतिक धार्मिक सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने मंदिर में नतमस्तक होकर भगवान शिव सहित 33 करोड़ देवी देवताओं का प्राप्त किया आशीर्वाद

श्री अचलेश्वर धाम बटाला के समागम (मेला) नवमी दशमी वह मंदिर की अलौकिक तस्वीरें सभी तस्वीरें :-सबसे तेज मीडिया नीरज शर्मा (बटाला)

सबसे तेज मीडिया बटाला 14 नवंबर ( नीरज शर्मा) बटाला के बिल्कुल करीब श्री अचलेश्वर धाम जहां पर महाराज कार्तिक जी का विशाल सरोवर वह मंदिर है और पुरातन समय से यहां पर नवमी दसवीं के मेले के उपलक्ष में श्री अचलेश्वर धाम में नवमी दशमी पर्व का आयोजन होता आ रहा है और आज सुबह से ही श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए पहुंचने

श्री अचलेश्वर धाम बटाला के समागम (मेला) नवमी दशमी वह मंदिर की अलौकिक तस्वीरें सभी तस्वीरें :-सबसे तेज मीडिया नीरज शर्मा (बटाला)

शुरू हो गए। सुबह से ही लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं का मंदिर में तांता लगा देखने को मिला। करीब 60000 श्रद्धालुओं ने मंदिर में माथा टेका। देश के विभिन्न विभिन्न राज्यों से साधु संत एवं श्रद्धालु श्री अचलेश्वर धाम में नतमस्तक हुए।

श्री अचलेश्वर धाम बटाला के समागम (मेला) नवमी दशमी वह मंदिर की अलौकिक तस्वीरें सभी तस्वीरें :-सबसे तेज मीडिया नीरज शर्मा (बटाला)

इस दौरान पूर्व कांग्रेसी मंत्री एवं चेयरमैन हेल्थ कारपोरेशन सिस्टम अश्विनी सेखड़ी ने भी अपने साथियों सहित अचलेश्वर धाम में नतमस्तक होकर विश्व के कल्याण के लिए के भगवान शिव से प्रार्थना की। वही इस दौरान शहर के सामाजिक धार्मिक राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने अपने परिजनों सहित मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान जोगिंदर अंगूराला एवं जिला गुरदासपुर प्रधान जिला अमृतसर के प्रभारी आजाद शर्मा ने कहा कि श्री नवमी दसवीं के मेले में विश्व के कोने कोने से श्रद्धालु बटाला श्री अचलेश्वर धाम में पहुंचकर नतमस्तक होकर भगवान शिव भगवान कार्तिक भगवान गणेश सहित 33 करोड़ देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। वहीं हजारों की संख्या में पहुंचे हुए श्रद्धालुओं के लिए कई संगठनों ने भिन्न भिन्न प्रकार के व्यंजनों के लंगर का प्रबंध किया हुआ था। बटाला पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। यहां यह भी बताना बनता है कि शिव जी के बड़े सुपुत्र भगवान कार्तिक जी महाराज ने जहां पर समाधि ली थी और विश्व में भगवान कार्तिक का यह इकलौता मंदिर है इसीलिए विश्व भारत के लोग इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं और नामी दशमी के इस पर्व में स्नान करते और भगवान श्री कार्तिक जी से आशीर्वाद लेते हैं और श्रद्धालु मन्नतें मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर माथा टेकते हैं

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